नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने भारी जीत हासिल की है। ओडिशा के रायरंगपुर की एक आदिवासी परिवार से ताल्लुक रखने वाली मुर्मू भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में नामित होंगी। ये जीत ऐतिहासिक इसलिए भी है कि पहली बार होगा जब कोई आदिवासी समुदाय से संबंध रखने वाला व्यक्ति भारत के पहले नागरिक राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने जा रहा है। इस जीत की खुशी में उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पैतृक गांव रायरंगपुर में लोग जश्न मना रहे हैं। देशभर में आदिवासी समुदाय के लोग अपनी इस ऐतिहासिक जीत का आनंद ले रहे हैं। बता दें द्रौपदी मुर्मू देश की आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली राष्ट्रपति होंगी।
पहले दौर के मतदान में, मुर्मू को संसद के 540 सदस्यों (एमपी) का समर्थन मिला, जबकि यशवंत सिन्हा को केवल 208 वोट मिले। इस प्रकार, सिन्हा के 1,45,600 वोटों की तुलना में मुर्मू को कुल 3,78,000 वोट मिले। इसने सुझाव दिया कि एनडीए गठबंधन के बाहर 100 से अधिक सांसदों ने मुर्मू को अगला राष्ट्रपति बनाने के लिए मतदान किया।
दूसरे दौर में, 10 राज्यों के लिए मतपत्रों की गिनती की गई, जहां मुर्मू को 1349 वोट मिले, जिनका कुल वोट मूल्य 4,83,299 था, और यशवंत सिन्हा ने 537 वोटों का कुल मूल्य 1,89,876 था।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान 18 जुलाई को संपन्न हुआ, जहां पीएम मोदी, दोनों सदनों के सांसद और विधायक अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचे और मतदान दिया। विपक्ष और यूपीए की तरफ से संयुक्त तौर पर य़शवंत सिन्हा को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया गया था, हालांकि उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।