नाहन – करीब 14 साल पहले आंखों की रोशनी गवा चुके समाजसेवी सरबजीत सिंह आज समाज के लिए प्रेरणा बने हुए है। कोरोना काल में भी यह समाज सेवी हजारों लोगों के लिए एक मसीहा बनकर सामने आए।सरबजीत सिंह शिक्षा विभाग में प्रोफेसर थे इसी बीच इनकी आंखों की रोशनी चली गई और उन्होंने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया। सरबजीत सिंह में समाज सेवा का जज्बा अभी भी बरकरार है इनकी बदौलत हर महीने 100 से अधिक जरूरतमंद परिवारों के घर मुफ्त राशन पहुंचता है । सरबजीत सिंह ने नाहन में करीब अढाई साल पहले दशमेश रोटी बैंक की स्थापना की जहाँ से हर माह करीबन 100 परिवारों को मुफ्त राशन दिया जाता है सर्वजीत ने राशन वितरण करने के लिए सिख युवाओं की एक विशेष टीम तैयार की है जो लोगो तक राशन पहुंचाती है। सर्वजीत सिंह का कहना है कि वो चाहते है कि समाज मे कोई भी व्यक्ति खाली पेट न रहे और इसके लिए सभी को आगे आना चाहिए। नाहन शहर से तालुक रखने  के वाले सरबजीत सिंह मौजूदा में चंडीगढ़ में रहते है और हर माह लोगों को  राशन वितरित करने नाहन पहुंचते है सरबजीत सिंह की समाज सेवा का यह जज्बा काबिले तारीफ है।
कोरोना काल में 10 हजार लोगों तक पहुंचाई मदद 

कोरोना काल मे सरबजीत सिंह ने करीब 10 हजार से अधिक लोगों तक मदद पहुंचाई । अपनी टीम के जरिए उन्होंने लोगों को मुफ्त राशन के साथ-साथ मास्क और सैनिटाइजर भी वितरित किए साथ ही लोगों कोरोना महामारी के बारे में जागरूक भी किया। सरबजीत सिंह का कहना है कि कोरोना के समय मे लोगो को सही मायने में मदद की जरूरत थी और इस दौरान उन्होंने हर जरूरतमंद व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश की
लोग जता रहे समाजसेवी सरबजीत का आभार

सरबजीत से मदद प्राप्त कर चुके लोगों ने बताया कि उनकी बदौलत हर माह उन्हें राशन मिलता है खासकर कोरोना काल में लॉकडाउन के बीच उन्हें बड़ी मदद मिली उन्होंने समाजसेवी सरबजीत सिंह का आभार जताया। वहीँ सर्वजीत के मित्रो का कहना है कि सर्वजीत हमेशा लोगों की मदद के लिए तैयार रहते हैं और उन्हें बचपन से ही समाज सेवा का जज्बा भरा हुआ है।

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