कालाअंब थाना क्षेत्र में स्थित सैनवाला की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक 15 वर्षीय छात्रा ने मंगलवार शाम को अपने घर में फंदा लगाकर जान दे दी। जानकारी के अनुसार मृतका छात्रा नैना देवी ने स्कूल ड्रेस में ही अपने घर पर फांसी लगाकर जान दे दी। मृतका कटोला डुंगा खाला गांव में अपने परिवार के साथ रहती थी। परिजनों के अनुसार, नैना रोजाना की तरह मंगलवार को भी स्कूल गई थी। घर पहुंचते ही वह सीधे अपने कमरे में चली गई। मां को लगा कि वह कपड़े बदलने गई है, लेकिन काफी देर तक बाहर न आने पर जब दरवाजा खोला गया, तो बेटी को फंदे से लटका देख परिजनों के होश उड़ गए।
मृतका छात्रा के परिजनों ने आरोप लगाया है कि स्कूल की एक शिक्षिका द्वारा की गई मानसिक प्रताड़ना के कारण नैना ने यह कदम उठाया। परिजनों का कहना है कि उसी दिन शिक्षिका ने उसे पूरी कक्षा के सामने अपमानित किया, डांटा और थप्पड़ मारा। यह घटना नैना के लिए गहरा मानसिक आघात बन गई और उसने अंदर ही अंदर घुटते हुए यह खौफनाक निर्णय ले लिया।
वहीं, स्कूल के प्रिंसिपल अयूब खान ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए बताया कि पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए विद्यालय स्तर पर एक आंतरिक जांच समिति का गठन किया गया है। यह समिति छात्रा की आत्महत्या से जुड़े सभी पहलुओं की जांच करेगी,। प्रिंसिपल ने यह भी स्पष्ट किया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही विद्यालय प्रशासन किसी भी तरह की अनुशासनात्मक या कानूनी कार्रवाई को लेकर निर्णय लेगा। उन्होंने आश्वासन दिया कि जांच पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता से की जाएगी, ताकि छात्रा और उसके परिवार को न्याय मिल सके।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेश रोल्टा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, मृतका के पिता के बयान के आधार पर शिक्षिका के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद अगली कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी।


