नाहन : आखिरकार सिरमौर ज़िला के गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय को हिमाचल प्रदेश में एसटी का दर्जा देने वाले वाले क़ानून को राज्य सभा में पास कर लिया गया है जिसके बाद ईलाके में जश्न का माहौल है। आज जैसे ही राज्यसभा से कानून पास होने की खबर मिली तो गिरिपार इलाके में जश्न शुरू हो गया। गिरीपार के शिलाई, हरिपुरधार, राजगढ़ जिला के साथ-सथ जिला मुख्यालय नाहन में भी इलाके के लोगों ने मनाया।
जिला मुख्यालय नाहन स्थित ऐतिहासिक चौगान में गिरी पार इलाके के लोगों ने ढोल नगाड़ों की धुनों पर रासा नृत्य कर यहां पर खूब जश्न मनाया।
केंद्रीय हाटी समिति के मुख्य सलाहकार सुरेंद्र हिंदुस्तानी ने बताया कि पिछले करीब 55 सालों से गिरीपार को जनजातीय क्षेत्र घोषित करवाने के लिए संघर्ष चल रहा था और दशकों बाद इलाके के लोगों की मांग पूरी हो रही है उन्होंने कहा कि जनजाति क्षत्र घोषित होने से करीब 3 लाख लोग सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे । उन्होंने जनजातीय क्षेत्र घोषित करने के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया और कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार ने इलाके के लोगों का दुख दर्द समझा है।
बिल पास होने के बाद क्षेत्र के युवा भी बेहद उत्साहित नजर आ रहे है। युवाओं का कहना है कि आजादी के बाद गिरी पार के लोगों की यह सबसे बड़ी मांग रही है। युवाओ ने मांग पूरी करने के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया और कहा कि निश्चित तौर पर आने वाले समय में क्षेत्र के युवाओं को इसका लाभ मिलेगा।
गिरिपार क्षेत्र का यह इलाका साल 1968 से उत्तराखंड के जौनसार बाबर की तर्ज पर गिरी पार को जनजातीय क्षेत्र घोषित करने की मांग कर रहा है और अब कई दशकों बाद यह मांग पूरी होती दिख रही है।


