संगड़ाह : राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पर्यावरण प्रेमी किंकरी देवी की स्मृति मे उनके गृहनगर संगड़ाह मे साढ़े 8 बीघा मे निर्माणाधीन पार्क मे सरकारी धन के दुरूपयोग संबधी शिकायत पर जांच के लिए गुरुवार को ग्रामीण विकास विभाग की टेक्निकल टीम बहुचर्चित किंकरी पार्क मे पंहुची। उपायुक्त सिरमौर के निर्देशानुसार टीम द्वारा यहां इंडोर स्टेडियम की फाउंडेशन की भी जांच की गई और कार्य के लिए पहले चरण मे 10 लाख जारी किए गए थे।
टीम मे शामिल ग्रामीण विकास विभाग के एसडीओ संदीप चौहान व जेई डीआरडीए सूरज द्वारा द्वारा जांच किए जाने के दौरान संगड़ाह विकास खंड के कार्यवाहक सहायक अभियंता संजय कांत व कनिष्ठ शमशेर, प्रदीप तथा यशपाल के अलावा पंचायत प्रधान नीलम, शिकायतकर्ता व दोनों पक्षों के कुछ अन्य समर्थक भी मौजूद रहे। पार्क निर्माण मे चूना खदान की मिट्टी नुमा रेत-बजरी अथवा घटिया निर्माण सामग्री के इस्तेमाल की जांच के साथ-साथ टीम ने दोबारा बनाई गई सुरक्षा दीवारों के 2 हिस्सों मे फिर से आई दरारों संबधी रिपोर्ट भी तैयार की। जांच के दौरान अनिल कुमार, विनोद कुमार, अनिल भारद्वाज व प्रताप तोमर आदि शिकायतकर्ता भी मौजूद रहे।
शिकायतकर्ताओं द्वारा संगड़ाह पंचायत के उक्त विकास कार्यों में अनियमितताएं बरतने व लाखों के सरकारी धन दुरूपयोग की शिकायत उपायुक्त सिरमौर से की गई थी। इससे पूर्व उपायुक्त सिरमौर के निर्देशानुसार परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण सिरमौर द्वारा गठित एक अन्य टीम मंगलवार को भी किंकरी देवी पार्क व इंडोर स्टेडियम पंचायत के निर्माण कार्य में हुई अनियमितताओं की छानबीन कर चुकी है। जानकारी के अनुसार छानबीन करने आई टीम पंचायत से संबंधित दस्तावेजों की प्रति अपने साथ ले गई तथा छानबीन पूरी होने के बाद आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
उपायुक्त सिरमौर को भेजी शिकायत में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पर्यावरण किंकरी देवी की समृति में संगड़ाह मे 27 लाख के लंबित पार्क व सांसद निधि से बनाए जा रहे इंडोर स्टेडियम मे सरकारी धन के दुरुपयोग के आरोप लगाए गए है। प्रधान के पति के नाम से निर्माण सामग्री के बिल पास व उनके पंचायत के कार्यों मे हस्तक्षेप करने पर की भी बात शिकायत मे है। जांच टीम का नेतृत्व कर रहे सहायक अभियंता संदीप चौहान ने कहा कि, इस बारे रिपोर्ट उपायुक्त सिरमौर को सौंपी जाएगी और उन्ही के स्तर पर इस बारे आगामी कार्यवाही होगी।
गौरतलब है कि सिरमौर के पूर्व उपायुक्त डॉ आरके परुथी द्वारा इस पार्क के लिए विभिन्न मदों से 27 लाख का बजट उपलब्ध करवाया गया था। उनके तबादले के बाद न केवल अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यावरणविद की स्मृति मे बन रहे इस पार्क का निर्माण कार्य लंबित रहा बल्कि इसमे धांधली संबंधी आधा दर्जन शिकायतें भी बीडीओ व एसडीएम संगड़ाह तथा उपायुक्त सिरमौर आदि अधिकारियों के पास पंहुची, जिनमे से अधिकतर मे दोनो पक्षों मे समझौते हुए हैं।