नाहन : श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज जी की तपस्थली गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब यात्रा इस वर्ष कोरोनाकाल के दो साल बाद शुरू हुई है । जिसको देखते हुए संतों में भारी उत्साह हैं । हिमाचल के साथ लगते राज्य हरियाणा व पंजाब से भारी संख्या में श्रद्धालु हिमाचल के कालाअंब, नाहन,व पांवटा साहिब से होते हुए उत्तराखंड हेमकुंड साहिब के लिए रवाना हो रहे हैं । यहां कालाअंब से लेकर पांवटा साहिब तक संगतों के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं ।
गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब नतमस्तक होने के लिए पंजाब से पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया की जगह जगह लगाए गए लंगर, संगतो के लिए रात्रि ठहराव की व्यवस्था बेहद सराहनीय है । उन्होंने बताया कि पंजाब से हरियाणा हिमाचल होते हुए उत्तराखंड के एक छोर पर गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब का सैकड़ों किलोमीटर लंबा सफर जगह-जगह लंगर लगाने और संगतों के लिए किए गए विशेष प्रबंधों के चलते सुविधाजनक साबित हो रहा है । उन्होंने बताया कि सड़कों किनारे लगाए गए लंगर संगतो के लिए स्वास्थ्य सुविधा समेत रात्रि ठहराव उपलब्ध करवा रहै । जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा के दौरान कोई परेशानी नहीं आ रही है । श्रद्धालुओं ने बताया कि कोरोना काल के दो साल बाद यात्रा एक बार फिर शुरू हुई है जिसको देखते हुए संगतों में भारी उत्साह है ।
नेशनल हाईवे नाहन-पांवटा साहिब 07 पर गांव रुखडी के नजदीक लगाए गए लंगर के मुख्य सेवादार अमरीक सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि हैमकुंड साहिब जाने वाली संगतों के लिए प्रत्येक वर्ष लंगर का आयोजन किया जाता है ताकि हिमाचल, हरियाणा व पंजाब से आने वाले श्रद्धालुओं को नेशनल हाईवे 07 पर बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सके । उन्होंने बताया कि उनके यहां रोजाना सुबह से देर रात तक लंगर आयोजित होता है जबकि रात्रि ठहराव के लिए भी यात्रियों के पूरे बंदोबस्त किए गए हैं ताकि हेमकुंड साहिब जाने वाली संगतो को किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े ।
गौरतलब है कि पंजाब हरियाणा से आने वाले श्रद्धालु हेमकुंड साहिब जाने के लिए हिमाचल के बॉर्डर एरिया कालाअंब-नाहन- पांवटा साहिब से होकर गुजरते हैं । ऐसे में गुरूद्वरा कालाअंब, नाहन एवं पांवटा साहिब में भी संगतों के लिए वविशेष प्रबध किए गए हैं ।