नाहन : प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर करीब 2 लाख करमचारी आगामी 13 अगस्त को विधानसभा सत्र का घेराव करेंगे। कर्मचारियों का यह घेराव 8 अगस्त को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित होने जा रही स्टैंडिंग कमेटी की बैठक पर निर्भर करेगा।
मीडिया से बात करते हुए पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष समिति के राज्य अध्यक्ष माया राम शर्मा ने बताया कि शिमला में 8 अगस्त को होने जा रही स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया जाता है तो आगामी 13 अगस्त को प्रदेश के करीब 2 लाख कर्मचारी राजधानी शिमला पहुंचकर विधानसभा सत्र का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि अकेले सिरमौर जिला से हजारों की संख्या में विभिन्न विभागों से जुड़े कर्मचारी 13 अगस्त को शिमला पहुंचेगे। मायाराम शर्मा ने कहा कि शांतिपूर्वक तरीके से पिछले कई सालों से कर्मचारी सरकार के सामने पुरानी पेंशन बहाली की मांग रखी है जो पूरी नहीं हो पा रही है।
पुरानी पेंशन बहाली संघर्ष समिति का यह भी कहना है कि नई पेंशन स्कीम ना तो कर्मचारियों के और ना ही सरकार के हित में है साथ ही इससे किसी भी तरीके से सरकार पर कोई आर्थिक बोझ नहीं पड़ रहा है। समिति के राज्य अध्यक्ष ने कहा कि कर्मचारियों का पैसा नई पेंशन स्कीम के जरिए सीधा निजी कंपनियों को जा रहा है जिसका सरकार को भी कोई लाभ नहीं मिल रहा है ऐसे में सरकार को चाहिए कि प्रदेश के लाखों कर्मचारियों की मांग पूरी कर प्रदेश में पेंशन बहाली हो।
कर्मचारी नेताओं का यह भी कहना है कि यदि सरकार कर्मचारियों की मांगों पूरी करती है तो राज्य के करीब 2 लाख कर्मचारी आगामी विधानसभा चुनाव में एक तरफा सरकार का सहयोग करेंगे और यदि ऐसा नहीं होता है तो कर्मचारी मजबूर होकर सरकार के विरोध में जाएगा।
गौर हो कि पेंशन बहाली की मांग को लेकर इससे पहले हिमाचल प्रदेश के सभी जिलों में एनपीएस कर्मचारी संघ के बैनर तले भी प्रदर्शन हो चुके हैं कुल मिलाकर विधानसभा चुनाव से पहले सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर्मचारियों द्वारा की जा रही है।