ऊना : हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने जिला परिषद कर्मचारियों की हड़ताल का समर्थन करते हुए फिर से दोहराया है कि इन कर्मचारियों की नौकरी को सरकारी किया जाना चाहिए। गुरुवार को जारी प्रेस बयान में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सरकार का दिवालिया निकल गया है एक तरफ प्रदेश के 5000 के करीब कर्मचारी हड़ताल पर हैं, दूसरी तरफ सरकार है इनकी हड़ताल पर जाने की वजह और मांग को स्वीकार करने के स्थान पर यह कह रही है कि उनके काम को ग्राम रोजगार सेवक, सिलाई केंद्र के अध्यापक और चौकीदार पंचायत के करेंगे। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कोई भी काम किसी का काम कोई भी अधिकारी व कर्मचारी कर सकते हैं। लेकिन सरकार को अल्टरनेटिव अरेंजमेंट करने के स्थान पर हड़ताली कर्मचारियों के भविष्य को देखते हुए उनकी मांग को स्वीकार करना चाहिए। यह पंचायत सचिवों का काफी काम रहता यह बोही बेहतर कर सकते है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हमारे लिए सभी कर्मचारी सम्माननीय हैं व सम्मानित हैं, लेकिन सरकार का निर्णय हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों का अपमान है। उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक इच्छा की कमी है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जिम्मेदारी के साथ कर्मचारियों की मांग का समर्थन करती है और हमारा वादा है कि सत्ता में आकर इन कर्मचारियों की मांग को पूरा करेंगे। वही नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री में हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम कंडक्टर के वेतनमान को कम करने पर भी आपत्ति व्यक्त की है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कंडक्टर के वेतनमान में कमी की गई है जो न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि हम कंडक्टर वर्ग के साथ हैं और यदि उनके वेतनमान में कोई कमी आई है तो उसे सरकार को रिवाइज कर ठीक करना चाहिए ,ताकि उन्हें किसी प्रकार का घाटा ना पड़े।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय भी सरकार अगर नहीं करती है, तो यह कर्मचारी विरोधी सरकार है ।मुकेश अग्निहोत्री ने लगातार गैस सिलेंडर के दाम में हो रही वृद्धि पर भी आपत्ति व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सिलेंडर बढ़ती महंगाई में आग में घी डालने का काम कर रहा है और लोग लगातार इस बोझ के तले दब रहे हैं ।उन्होंने कहा कि भद्दा मजाक कर केंद्र की भाजपा सरकार ने बना दिया है ₹11 सो का सिलेंडर सब्सिडी 22 रुपये यह प्रदेश और देश की जनता के साथ धोखा है। यही आवाज जनता की विपक्ष उठाता है तो मुख्यमंत्री को दिक्कत होती है ,मुख्यमंत्री हमारे बोलने से परेशान होते हैं ।उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री समझे जब काम गलत करेंगे तो विपक्ष के नाते हम तो बोलेंगे ही जनता की आवाज को नहीं उठाएंगे तो गूंगी बहरी सरकार के कान तक कैसे आवाज पहुंचेगी। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जनता की आवाज को बुलंद ढंग से उठाया जाएगा हम किसी से डरने वाले नहीं।