काजा (स्पीति) : लाहौल स्पीति के काजा में दुलर्भ प्रजाति हिमालय सीरो के दिखने के बाद अब यहां कस्तुरी मृग देखा गया है I स्थानीय गांव रशेल के फोटोग्राफर इंद्रजीत ने इस कस्तुरी मृग को अपने कैमरे में कैद किया है I दो दिन पहले कैमरे में कैद करने के बाद इंद्रजीत ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी है I सर्दियों में लाहौल और स्पीति जिले में बीते कुछ साल से यह मस्क डियर देखे जा रहे हैं I साल 2012 में स्थानीय महिलाओं मंडलों की वजह से इनकी संख्या में इजाफा हुआ है, क्योंकि कस्तुरी मृग के मारने और शिकार करने पर जुर्माना और बैन लगाया गया था I लोगों की जागरूकता की वजह से स्पीति घाटी में आईबैक्स जैसी दुलर्भ प्रजातियों के सरंक्षण में भी मदद मिल रही है I
क्या बोला वन विभाग
केलांग डीवीजन के फोरेस्ट अफसर दिनशे शर्मा ने कहा कि इंद्रजीत नाम के शख्स ने कस्तुरी मृग को देखा और कैमरे में कैद किया है I वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत कोई भी ऐसी दुलर्भ प्रजातियों की जानकारी सांझा नहीं कर सकता है, क्योंकि इससे उनकी जान को खतरा रहता है I सर्दियों में शिकारी अक्सर जानवरों का शिकार करते हैं I